भारत में है बिना नाम वाला इकलौता रेलवे स्टेशन, जानें वजह

February 20, 2020, 8:32 AM
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उत्तर प्रदेश के मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलने को लेकर पिछले दिनों काफी विवाद हुआ था। हालांकि केंद्र सरकार ने इस स्टेशन का नाम मुगलसराय से बदल कर पंडित पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन कर दिया। भारत में सात हजार से ज्यादा रेलवे स्टेशन्स है। लगभग सभी स्टेशनों के नाम और कोड हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि एक ऐसा रेलवे स्टेशन भी है जिसका कोई नाम ही नहीं है। आपको लग रहा होगा कि हम मजाक कर रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। पश्चिम बंगाल में एक ऐसा रेलवे स्टेशन है, जिसका कोई नाम नहीं है।

अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्यों है? हम आपको इसके पीछे की कहानी बता रहे हैं। यह रेलवे स्टेशन पश्चिम बंगाल के बर्धमान से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह रेलवे स्टेशन दो गांवों रैना और रैनागढ़ के बीच स्थित है। रेलवे स्टेशन बांकुरा-मैसग्राम रेल लाइन पर स्थित यह स्टेशन रैनागढ़ के नाम से जाना जाता था। लेकिन जल्द ही रैना गांव के लोगों को यह बात पसंद नहीं आई और दोनों गांवों के बीच स्टेशन के नाम को लेकर झगड़ा शुरू हो गया। इस स्टेशन की बिल्डिंग का निर्माण रैना गांव की जमीन पर किया गया था इसलिए गांव के लोगों का मानना था कि रैना होना चाहिए।

स्टेशन के नाम को लेकर ‘झगड़ा’ रेलवे बोर्ड तक पहुंच चुका है। झगड़े के बाद भारतीय रेलवे ने यहां लगे सभी साइन बोर्ड्स से स्टेशन का नाम मिटा दिया, जिसके बाहर से आने वाले यात्रियों का काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। नाम न होने के कारण यात्रियों को दूसरे लोगों से इसके बारे में पूछना पड़ता है। झगड़ा खत्म न होने के कारण रेलवे अभी भी स्टेशन के लिए टिकट इसके पुराने नाम रैनागढ़ से ही जारी करती है। स्टेशन के नाम को लेकर जारी विवाद कब खत्म होगा यह दोनों गांवों के लोग ही बता सकते हैं।

Source – Navbharat

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