Latest News

Result of Train Manager (Goods Guard) Departmental Exam

RVNL के IPO में निवेश से लंबी अवधि में मिल सकता है फायदा

March 29, 2019, 10:02 AM
Share

मिनीरत्न के दर्जे वाली रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) का इनीशियल पब्लिक ऑफर शुक्रवार को आ रहा है। इसे सेबी ने पिछले साल मई में आईपीओ लाने की इजाजत दी थी।

कंपनी की एक लिस्टेड प्रतिद्वंद्वी इरकॉन इंटरनेशनल है, जो पिछले साल सितंबर में शेयर बाजार पर लिस्ट
हुई थी और यह अपने इश्यू प्राइस से 15 प्रतिशत डिस्काउंट पर ट्रेड कर रही है। एनालिस्ट्स का कहना है कि लंबी अवधि के लिए निवेश करने वाले लोग आरवीएनएल के इश्यू को सब्सक्राइब कर सकते हैं।

ऑफर साइज
17-19 रुपये के प्राइस बैंड में आरवीएनएल के 2,53,457,280 शेयर ऑफर किए जा रहे हैं। प्राइस बैंड के अपर एंड पर इस इश्यू का आकार 482 करोड़ रुपये का है। यह आईपीओ ऐसे समय बाजार में आ रहा है, जब एक और सरकारी कंपनी एमएसटीसी को निवेशकों की ओर से कमजोर मांग के कारण अपने इश्यू की अवधि बढ़ानी पड़ी। आईपीओ को आखिरकार 1.46 गुना बिड्स मिलीं।

आरवीएनएल का यह ऑफर कंपनी के पेड-अप इक्विटी शेयर कैपिटल के 12.12 प्रतिशत के बराबर है। ऑफर प्राइस पर 0.50 रुपये प्रति शेयर का डिस्काउंट होगा।

बिजनस एक्टिविटी
यह कंपनी रेलवे प्रोजेक्ट्स पर काम करती है। यह नई लाइनें बनाने, डबलिंग करने, गेज कन्वर्जन, रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन, मेट्रो प्रोजेक्ट्स, वर्कशॉप्स, बड़े पुल, केबल के सहारे वाले पुल और इमारतें बनाने का काम करती है। इनमें नई लाइनें बिछाने और मौजूदा ट्रैक्स के साथ अतिरिक्त लाइनें बनाने के काम से कंपनी की आमदनी का 75 प्रतिशत हिस्सा आता है।

वित्तीय स्थिति
वित्त वर्षों 2015-18 के दौरान कंपनी ने आमदनी में सालाना 33.7 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की थी। इस दौरान इसका प्रॉफिट 19.1 प्रतिशत सीएजीआर की दर से बढ़ा। इसी अवधि में इसका मार्जिन 300 बेसिस प्वाइंट्स से ज्यादा घटा। यह गिरावट एबिट्डा और नेट प्रॉफिट, दोनों स्तरों पर हुई। वित्त वर्ष 2019 की पहली छमाही के लिए एबिट्डा मार्जिन 9.2 प्रतिशत रहा, जो वित्त वर्ष 2018 में 9.4 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2015 में 12.6 प्रतिशत था। वित्त वर्ष 2019 की पहली छमाही में प्रॉफिट मार्जिन 7 प्रतिशत था, जो वित्त वर्ष 2018 में 7.5 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2015 में 10.7 प्रतिशत था। वहीं नेटवर्थ पर रिटर्न वित्त वर्ष 2015 के 11.01 प्रतिशत से बढ़कर वित्त वर्ष 2018 में 14.52 प्रतिशत पर पहुंच गया। कंपनी नियमित तौर पर डिविडेंड देती रही है।

कारोबारी संभावना
वित्त वर्षों 2016-25 के लिए 17105 किलोमीटर लंबाई की कुल 154 नए लाइन प्रोजेक्ट्स की योजना बनी हुई है। इन पर 173400 करोड़ रुपये की लागत आनी है। इसके अलावा गेज कन्वर्जन (42) और डबलिंग (166) प्रोजेक्ट्स भी हैं, जिनमें से हर एक की लंबाई 9000 किलोमीटर है। इन पर क्रमश: 41800 करोड़ और 53100 करोड़ रुपये खर्च होने हैं।

31 दिसंबर तक आरवीएनएल की ऑर्डर बुक 77500 करोड़ रुपये की थी। इसमें 102 प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। इस ऑर्डर बुक में नई लाइनों, डबलिंग और मेट्रोपोलिटन ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट्स का हिस्सा 88 प्रतिशत है। वित्त वर्ष 2018 में इसने 885 किमी़ लंबाई के प्रोजेक्ट पूरे किए थे।

वैल्यूएशन
ब्रोकरेज दौलत कैपिटल का कहना है कि यह कंपनी अगले दो-तीन वर्षों में 40000 करोड़ रुपये के पेंडिंग ऑर्डर पूरे करने का लक्ष्य बनाकर काम कर रही है। प्राइस बैंड के अपर एंड पर यह शेयर वित्त वर्ष 2018 के मुनाफे के 7 गुने पर दिख रहा है, जबकि इरकॉन इंटरनेशनल का शेयर 9.5 गुने पर है। ब्रोकरेज ने इस इश्यू को ‘लंबी अवधि के लिए सब्सक्राइब करने’ की सलाह दी है।

वहीं सेंट्रम ब्रोकिंग ने कहा है कि आरवीएनएल के बही-खाते पर पूरी बॉरोइंग पासथ्रू एंट्री है और पूरा कर्ज रेलवे मिनिस्ट्री चुकाती है। उसने कहा, ‘रेल इंफ्रास्ट्रक्चर पर सरकार के फोकस, कंपनी की दमदार ऑर्डर बुक, एसेट लाइट मॉडल और वाजिब वैल्यूएशन को देखते हुए हमारी सलाह यह है कि निवेशक लंबी अवधि के लिए इस इश्यू में पैसा लगा सकते हैं।’

Source  – Nav Bharat

 

 

 

 
Railway Employee (App) Rail News Center ( App) Railway Question Bank ( App) Cover art  

Railway Mutual Transfer

(App)
Information Center  ( App)
 
Disclaimer: The Information /News /Video provided in this Platform has been collected from different sources. We Believe that “Knowledge Is Power” and our aim is to create general awareness among people and make them powerful through easily accessible Information. NOTE: We do not take any responsibility of authenticity of Information/News/Videos.
Share

This entry was posted in 1 Rail News, General, Public Facilities