रेलवे परियोजनाओं की निगरानी अब ड्रोन से की जाएगी. भीड़ को संभालने और सभी मंडलों में रख-रखाव कार्यों पर नजर रखने के लिए भी इसकी मदद ली जाएगी.
वर्ष 2017 में रेल हादसों में बढ़ोतरी को देखते हुए रेलवे ने पटरियों की निगरानी ड्रोन से कराने का फैसला लिया है. ड्रोन की सहायता से न केवल पटरियों की देखरेख की जाएगी बल्कि निर्माण कार्य, ट्रेनों के परिचालन और महत्वपूर्ण कार्यों की गतिविधियों की भी जानकारी जुटाई जाएगी.
बयान में कहा गया है कि मंडल रेलवे को ऐसे कैमरे की खरीद के लिए निर्देश दिए गए हैं. यह ट्रेन परिचालन में सुरक्षा और दक्षता बढ़ाने में तकनीक के इस्तेमाल की रेलवे की आकांक्षा के अनुरूप है.
मानव रहित यूएवी का इस्तेमाल नॉन इंटरलॉकिंग कार्यों, त्योहारों के दौरान भीड़ को संभालने, कबाड़ स्क्रैप की पहचान और स्टेशन यार्ड के हवाई सर्वेक्षण में भी होगा. पटरियों की सुरक्षा और रख-रखाव संबंधी सूचनाओं में भी यह उपयोगी होगा.
Source – First Post